पूतसपूत तो का धन संचय पूत कपूत तो का धन संचयपूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है

पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को ठेश लगी है और सबसे अधिक ठेश तो उन माता पिता की इज्जत और सम्मान को लगी जिनके बेटे दुष्कर्म ,बलात्कार,बह्शियत और हैवानियत जैसे अपराधों में लिप्त हैं इज्जत और सम्मान की बात करें तो जिन माँ बाप के बेटे आतंकी बन गए उनके परिवार की शाख और इज्जत भी दाव पर लगी है भगवान् बेटे तो दे लेकिन ऐसे कपूत ना दे जिनके कारण माता पिता की इजत और सम्मान को ठेश पहुचती है पूत कपूत तो का धन संचय -पूत सपूत तो का धन संचय --जब में बहुत छोटा था तो मेरे दादाजी की कही ये बात मुझे याद है जिसका मतलब है यदि बेटा योग्य है तो धन क्या कमाना वह खुद संचित कर लेगा और बेटाअयोग्य है तो किसके लिए धन कमाना वह कमाए हुए को ही बर्बाद कर देगा आज यही स्थिति नारायण राणे और कैलाश विजय वर्गीय सहित अनेक माता पिताओं की है की है बेटे के कृत्यों से उनकी इज्जत और सम्मान को 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